
जो उम्मीदवार KVS PGT Hindi परीक्षा 2025 की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट (KVS) से KVS PGT Hindi Syllabus 2025 को ध्यान से पढ़ना चाहिए। इसके बाद टॉपिक के अनुसार एक व्यवस्थित अध्ययन योजना बनाना बहुत जरूरी है। सिलेबस की सही समझ से आप महत्वपूर्ण टॉपिक पहचान सकते हैं, समय का सही उपयोग कर सकते हैं और आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं – जिससे परीक्षा में प्रदर्शन बेहतर होता है और चयन की संभावना बढ़ जाती है।
KVS PGT Hindi परीक्षा 2025 की तैयारी के लिए हमने सरल और विस्तृत सिलेबस तथा परीक्षा पैटर्न तैयार किया है। इसमें हिंदी साहित्य, व्याकरण, रचना आदि जैसे प्रमुख विषय शामिल हैं, जो आपकी तैयारी को सही दिशा देने में मदद करेंगे। आप सिलेबस की PDF डाउनलोड कर सकते हैं और एक प्रभावी अध्ययन योजना बनाकर सफलता की संभावना बढ़ा सकते हैं।
Table of Contents
KVS PGT हिंदी सिलेबस: संक्षिप्त विवरण
KVS PGT हिंदी सिलेबस 2025 में वे सभी मुख्य विषय और जरूरी टॉपिक शामिल हैं, जिनकी तैयारी उम्मीदवारों को KVS द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षा पास करने के लिए करनी चाहिए। अच्छी तैयारी के लिए यह आवश्यक है कि अभ्यर्थी आधिकारिक नोटिफिकेशन से अपडेट रहें और नवीनतम सिलेबस को पूरी तरह से समझें। सिलेबस आधारित तैयारी से ध्यान केंद्रित रहता है, समय की बचत होती है और सफलता की संभावना बढ़ती है।
KVS PGT हिंदी सिलेबस 2025 इस तरह से तैयार किया गया है कि यह उम्मीदवार की हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा पर पकड़, भाषा-कौशल, शिक्षण अभिरुचि और PGT पद के लिए उनकी समग्र तैयारी का समुचित मूल्यांकन करता है। सिलेबस की स्पष्ट समझ से अभ्यर्थी अपनी तैयारी को सही दिशा में ले जा सकते हैं, महत्वपूर्ण टॉपिक पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और सफलता की संभावना बढ़ाने के लिए एक स्मार्ट रणनीति बना सकते हैं। यह लक्ष्य आधारित तैयारी विषय संबंधी ज्ञान के साथ-साथ आत्मविश्वास भी बढ़ाती है।
KVS PGT हिंदी परीक्षा पैटर्न 2025
KVS PGT हिंदी परीक्षा पैटर्न 2025 को समझना उम्मीदवारों के लिए बहुत जरूरी है ताकि वे स्मार्ट तरीके से तैयारी कर सकें और अच्छे अंक प्राप्त कर सकें। इससे प्रश्नों की संख्या, अंक विभाजन, कुल अंक और परीक्षा संरचना की जानकारी मिलती है। यह परीक्षा द्विभाषी (अंग्रेज़ी और हिंदी) होगी और इसमें वस्तुनिष्ठ (Objective Type) प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा में विभिन्न खंड होंगे: सामान्य अंग्रेज़ी, हिंदी, रीजनिंग, शिक्षण अभिरुचि और विषय विशेष प्रश्न। इस संरचना की जानकारी होने से तैयारी अधिक रणनीतिक और आत्मविश्वासपूर्ण बनती है।
KVS PGT हिंदी अंकों का वितरण
KVS PGT हिंदी परीक्षा 2025 कुल चार भागों में बंटी होती है, जिसमें कुल सात उपखंड शामिल हैं:
भाग | विषय | प्रश्नों की संख्या | अंक |
---|---|---|---|
PART-I | सामान्य अंग्रेज़ी | 10 | 10 |
सामान्य हिंदी | 10 | 10 | |
PART-II | सामान्य जागरूकता व करेंट अफेयर्स | 10 | 10 |
तर्कशक्ति (Reasoning) | 5 | 5 | |
कंप्यूटर साक्षरता | 5 | 5 | |
PART-III | शिक्षा व नेतृत्व दृष्टिकोण | 40 | 40 |
PART-IV | हिंदी (विषय विशेष) | 100 | 100 |
कुल | 180 | 180 |
यह परीक्षा अभ्यर्थियों की शैक्षणिक योग्यता, विषय की समझ और शिक्षण क्षमता का समग्र मूल्यांकन करती है।
Detailed KVS PGT Hindi Syllabus 2025- KVS PGT हिंदी सिलेबस 2025 (विस्तृत रूप)
खण्ड – क: इतिहास एवं साहित्य
हिन्दी साहित्य का इतिहास
- प्राचीन से आधुनिक काल तक का विस्तृत अध्ययन
आदिकाल से रीतिकाल
- साहित्यिक पृष्ठभूमि, कालगत परिस्थितियाँ, प्रमुख प्रवृत्तियाँ, मुख्य रचनाकार एवं काव्य विशेषताएँ
प्रमुख रचनाकार
- आदिकाल: चंदबरदाई, अमीर खुसरो, विद्यापति
- निर्गुण भक्ति: कबीर, दादू, रैदास, नानक, जायसी, कुतुबन
- सगुण भक्ति: तुलसीदास, सूरदास, मीराबाई, केशव, अष्टछाप कवि
- रीतिकाल: देव, बिहारी, घनानंद, मतिराम, भूषण, सेनापति, पद्माकर
आधुनिक काल
- कालविभाजन, प्रमुख साहित्यिक आंदोलनों और रचनाओं का परिचय
प्रमुख युग और साहित्यकार
- भारतेन्दु युग: भारतेन्दु हरिश्चंद्र, बद्रीनारायण चौधरी ‘प्रेमधन’, बालमुकुन्द गुप्त
- द्विवेदी युग: महावीर प्रसाद द्विवेदी, श्रीधर पाठक, हरिऔध, मैथिलीशरण गुप्त
- छायावाद: प्रसाद, महादेवी, पंत, निराला
- प्रगतिवाद: पंत, नरेन्द्र शर्मा, नागार्जुन, केदारनाथ अग्रवाल
- प्रयोगवाद और नई कविता: अज्ञेय, मुक्तिबोध, धूमिल, भवानीप्रसाद मिश्र, धर्मवीर भारती
गद्य साहित्य का अध्ययन
- विविध विधाएँ एवं विकास क्रम
- शैलियाँ, प्रवृत्तियाँ और प्रमुख गद्यकार:
निबंध, उपन्यास, कहानी, नाटक, एकांकी, रेखाचित्र, आत्मकथा, संस्मरण, यात्रा-वृत्तांत, डायरी, आलोचना आदि
कव्य एवं गद्यांश व्याख्या
- कविता एवं गद्यांश से लिए गए अंशों पर आधारित सप्रसंग व्याख्या
- कवियों की रचनाएँ – व्याख्या, शिल्प और भाव सौंदर्य के साथ:
अमीर खुसरो, विद्यापति, सूर, तुलसी, कबीर, जायसी, मीरा, रसखान, दिनकर, प्रसाद, महादेवी, बच्चन, निराला, पंत, मुक्तिबोध, केदारनाथ सिंह आदि - गद्य लेखक: प्रेमचंद, शुक्ल, द्विवेदी, जैनेन्द्र, फणीश्वरनाथ रेणु, निर्मल वर्मा, कृष्णा सोबती, भीष्म साहनी, मनु भंडारी आदि
लेखक/कवि व्यक्तित्व प्रश्न
- प्रसिद्ध साहित्यकारों के जीवन, भाषा-शैली और साहित्यिक योगदान पर आधारित 5 भागों वाला प्रश्न
खण्ड – ख: व्याकरण एवं रचना
व्याकरण
- शब्द विचार: भेद, अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, उपसर्ग, प्रत्यय, समास
- पद विचार: संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया आदि
- वाक्य विचार: संरचना, संश्लेषण, विश्लेषण, वाक्य परिवर्तन
- सन्धि: स्वर, व्यंजन, विसर्ग
अपठित बोध
- काव्यांश और गद्यांश पर आधारित प्रश्न
- भाव सौंदर्य, भाषा-शैली विश्लेषण
लेखन अभ्यास
- समसामयिक, साहित्यिक, वर्णनात्मक, सर्जनात्मक लेखन
- प्रकार: निबंध, रेखाचित्र, डायरी, संवाद लेखन आदि
काव्यशास्त्रीय अध्ययन
- साहित्य का स्वरूप, रस मीमांसा, शब्द शक्तियाँ, काव्य गुण-दोष, छंद, अलंकार आदि का विश्लेषण
खण्ड – ग: लेखन कौशल एवं पत्रकारिता
पत्रकारिता विषयक अध्ययन
- प्रिंट मीडिया, संपादकीय, रिपोर्ट लेखन, फीचर, साक्षात्कार
- रेडियो/टीवी स्क्रिप्ट लेखन, विज्ञापन लेखन, उद्घोषणा, स्वागत भाषण आदि
व्यावहारिक लेखन
- कार्यालयी हिन्दी, प्रयोजनमूलक हिन्दी
- कार्यवृत्त, प्रतिवेदन, कार्यसूची निर्माण आदि
सर्जनात्मक लेखन एवं मौलिक अभिव्यक्ति
- कविता, कहानी, लघुकथा, संवाद लेखन, अनुभव लेखन, वार्तालाप आधारित संवाद लेखन
समास – समास की परिभाषा, भेद और उदाहरण – Samas In Hindi
संधि – संधि की परिभाषा, भेद और उदाहरण – Sandhi in Hindi