कंप्यूटर का इतिहास – History of Computer in Hindi

History of Computer in Hindi

History of Computer in Hindi : कंप्यूटर का इतिहास लगभग 3000 वर्ष पुराना माना जाता है। आज हम जिन आधुनिक कंप्यूटरों का उपयोग कर रहे हैं, उनका विकास एक लंबी प्रक्रिया का परिणाम है, जिसमें कई यांत्रिक और गणनात्मक उपकरणों का अविष्कार हुआ, जिन्होंने कंप्यूटर के विकास की नींव रखी।

प्राचीन काल में मानव केवल उंगलियों या पत्थरों की सहायता से गणना करता था, लेकिन जैसे-जैसे आवश्यकताएं बढ़ती गईं, वैसे-वैसे गणना के लिए नए-नए उपकरणों का अविष्कार होता गया। इन उपकरणों ने धीरे-धीरे आधुनिक कंप्यूटर के रूप में आकार लिया।

इनमें सबसे पहले अबैकस (Abacus), पास्कलाइन (Pascaline), डिफरेंस इंजन (Difference Engine), एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine) जैसे यंत्र शामिल हैं, जिन्होंने गणना को आसान और तेज़ बनाने में मदद की। इसके बाद बीसवीं सदी में इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटरों का विकास शुरू हुआ, जिसने कंप्यूटर की परिभाषा ही बदल दी।

आज के कंप्यूटर, जो सुपरफास्ट प्रोसेसिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट कनेक्टिविटी से लैस हैं, वे अनेक पीढ़ियों के विकास और तकनीकी प्रगति का परिणाम हैं।

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History of Computer in Hindi – कंप्यूटर का इतिहास

कंप्यूटर का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। लगभग 2000 साल पहले गणना करने के लिए उपयोग किए जाने वाले सरल उपकरणों से इसकी शुरुआत हुई थी। उस समय मानव गणनाओं को आसान और तेज़ बनाने के लिए विभिन्न यांत्रिक उपकरणों का सहारा लेता था। इन्हीं प्रारंभिक उपकरणों में से एक प्रमुख उपकरण अबेकस (Abacus) था, जिसे सबसे पहला गणना यंत्र माना जाता है। समय के साथ तकनीक में सुधार हुआ और कंप्यूटर का स्वरूप लगातार बदलता गया। प्रारंभिक यांत्रिक गणना मशीनों से शुरू होकर, यह विकास आज के शक्तिशाली और अत्याधुनिक डिजिटल कंप्यूटरों तक पहुँच चुका है।

सबसे पहले गणना करने के लिए अबेकस का इस्तेमाल किया जाता था, जो एक लकड़ी से बना डिवाइस था। इसके बाद, 1642 में ब्लेज पास्कल ने पहला डिजिटल कंप्यूटर विकसित किया, जो केवल जोड़ने का काम कर सकता था। फिर, 1822 में चार्ल्स बैबेज ने पहले यांत्रिक कंप्यूटर (Mechanical Computer) का विकास किया, जिसे डिफरेंस इंजन कहा जाता है। इस प्रकार, समय के साथ कंप्यूटर का विकास होता गया और आज यह अत्याधुनिक तकनीक में बदल चुका है।

कंप्यूटर के इतिहास की प्रमुख घटनाएं

वर्ष / समय अवधिघटना का विवरण
2400 ईसा पूर्वअबेकस का आविष्कार हुआ।
1800 ईसा पूर्वअल्गोरिथ्म (Algorithm) को विकसित किया गया।
200 ईसा पूर्वजापान में कंप्यूटिंग ट्रे (Computing Tray) का इस्तेमाल शुरू हुआ।
1624हीडबर्ग विश्वविद्यालय के विल्हेम सिकार्ड ने कैलकुलेटर-घड़ी का आविष्कार किया।
1642पेरिस के ब्लेज पास्कल ने पहले डिजिटल कंप्यूटर का आविष्कार किया।
1822चार्ल्स बैबेज ने पहले यांत्रिक कंप्यूटर (Mechanical Computer) को विकसित किया।
1876अलेग्जेंडर ग्राहम बेल ने टेलीफोन का आविष्कार किया।
1886विलियम बरौग ने यांत्रिकीय गणना मशीन को विकसित किया।
1931जर्मनी के कोनार्ड ज्यूस ने सबसे पहला कैलकुलेटर बनाया।
1940टेलीविजन में रंगीन (Coloured) प्रसारण शुरू हुआ।
1948IBM ने इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर का निर्माण किया।
1953प्रिंटर को विकसित किया गया।
1958सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का आविष्कार किया गया।
1968पहले मिनी कंप्यूटर (PDP-8) को विकसित किया गया।
1972INTEL ने माइक्रोप्रोसेसर का निर्माण किया।
1977Apple ने पर्सनल कंप्यूटर का निर्माण किया।
1980अमेरिका में 10 लाख से भी ज्यादा कंप्यूटर हो गए।
1983अमेरिका में कंप्यूटर की संख्या 1 करोड़ से भी ज्यादा हो गई।
1985अमेरिका में कंप्यूटर की संख्या 3 करोड़ से भी ज्यादा हो गई।
1992माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम का आविष्कार किया।

कंप्युटर के विकास क्रम में बने प्रमुख उपकरण

कंप्यूटर के विकास क्रम में कई प्रमुख उपकरणों का निर्माण हुआ, जिन्होंने तकनीकी क्षेत्र में क्रांति लाने में मदद की। नीचे कुछ प्रमुख उपकरणों की सूची दी गई है:

अबेकस (Abacus)

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अबेकस (Abacus)

ABACUS का पूरा नाम Abundant Beads, Addition and Calculation Utility System होता है, यह सबसे पहला गणना उपकरण था और इसका उपयोग लगभग 2400 ईसा पूर्व से शुरू हुआ था। अबेकस मुख्य रूप से लकड़ी, धातु या बांस से बना होता है और इसमें कुछ पारदर्शी धारियाँ (beads) होती हैं जिन्हें तारों पर रखा जाता है। इसे गणना के लिए एक शारीरिक रूप से हाथ से संचालित किया जाता है।

अबेकस का संरचना:

  1. फ्रेम: अबेकस में एक फ्रेम होता है जिसमें सामान्यतः 2 या 3 पंक्तियाँ होती हैं। प्रत्येक पंक्ति में कुछ तार होते हैं जिन पर मोती (beads) लगे होते हैं।
  2. मोती (Beads): मोती तारों पर रखें जाते हैं और इन्हें हाथ से खिसकाकर गणना की जाती है। प्रत्येक मोती का एक निश्चित मान होता है, जैसे कि प्रत्येक मोती एक अंक का प्रतिनिधित्व करता है।
  3. संचालन: गणना करते वक्त उपयोगकर्ता मोतियों को एक दिशा में खिसकाता है, और इससे संख्याएँ बनती हैं। जब मोती एक निश्चित पंक्ति या खंड में होते हैं, तो यह गणना को दर्शाता है।

अबेकस का उपयोग:

अबेकस का उपयोग मुख्य रूप से व्यापार, खगोलशास्त्र, खाता-बही, और अन्य गणनाओं के लिए किया जाता था। यह उन समयों में बहुत महत्वपूर्ण था जब लिखित अंक या आधुनिक गणना उपकरण नहीं थे। हालांकि, यह गणना करने का एक धीमा तरीका था, लेकिन इसका उपयोग दक्षता से किया जाता था और यह उस समय के लिए अत्यधिक प्रभावी था।

अबेकस के प्रकार:

  1. चीन का अबेकस (Suanpan): यह अबेकस चीन में विकसित हुआ था। इसमें दो मोती ऊपर की तरफ और पाँच मोती नीचे की तरफ होते हैं, जो संख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं।
  2. जापान का अबेकस (Soroban): यह जापान में प्रचलित था। इसमें एक पंक्ति में पाँच मोती होते हैं, और गणना में उपयोग की जाती हैं।

आज के आधुनिक कंप्यूटरों और कैलकुलेटरों के आने के बाद अबेकस का उपयोग बहुत कम हो गया है, लेकिन यह गणना की शुरुआत के उपकरण के रूप में एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है।

नेपीयर की हड्डी (Napier’s Bones)

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नेपीयर की हड्डी (Napier’s Bones)

नेपीयर की हड्डी एक गणना उपकरण था, जिसे जॉन नेपीयर ने 1617 में आविष्कार किया था। यह उपकरण विशेष रूप से गुणा और भाग करने के लिए उपयोगी था और इसे नेपीयर के हड्डियों के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसके कंकाल की हड्डी जैसी संरचना थी। इसे बनाने के उद्देश्य से जॉन नेपीयर ने गणना को सरल और तेज़ बनाने के लिए एक तरीका ढूंढा।

नेपीयर की हड्डी की संरचना:

नेपीयर की हड्डी में एक सेट के रूप में लकड़ी या अन्य सामग्री की पट्टियाँ होती थीं, जिन पर अंक अंकित होते थे। यह पट्टियाँ अलग-अलग गुणन तालिकाओं को दर्शाती थीं, जिनकी मदद से गुणा और भाग की गणनाएँ की जा सकती थीं।

  1. पट्टियाँ: नेपीयर की हड्डी में कई पट्टियाँ होती थीं, जिन पर 1 से 9 तक के अंक लिखे होते थे। ये पट्टियाँ विशेष रूप से गुणा करने के लिए डिज़ाइन की जाती थीं।
  2. नंबरों की व्यवस्था: हर पट्टी पर एक विशेष तरीके से अंक लिखे जाते थे, ताकि उसे स्लाइड करके गुणा किया जा सके। यह पैटर्न अंक और उनके गुणन के परिणामों का प्रतिनिधित्व करता था।
  3. गुणन के लिए उपयोग: इसे गुणन के कार्य को सरल बनाने के लिए बनाया गया था, खासकर बड़े अंकों के गुणन के लिए। एक बार पट्टियों को सही तरीके से संयोजित करने के बाद, उपयोगकर्ता आसानी से गुणा के परिणाम प्राप्त कर सकता था।

नेपीयर की हड्डी का उपयोग:

नेपीयर की हड्डी का मुख्य उद्देश्य गणना को आसान बनाना था। यह गणनाएँ करने में मदद करता था, विशेषकर गुणा और विभाजन में, और इसके जरिए जटिल गुणा के प्रश्नों को भी जल्दी हल किया जा सकता था।

इस उपकरण का उपयोग गणितज्ञों, व्यापारी और अन्य पेशेवरों द्वारा किया जाता था, जब तक कि कंप्यूटर और कैलकुलेटर जैसी आधुनिक तकनीकें उपलब्ध नहीं हो गईं।

नेपीयर की हड्डी का महत्व:

नेपीयर की हड्डी का ऐतिहासिक महत्व है क्योंकि इसने गणना के उपकरणों के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। यह उपकरण इस समय से पहले के उपकरणों जैसे अबेकस और हाथ से गणना करने के तरीकों से कहीं अधिक तेज और सटीक था। नेपीयर की हड्डी ने गणना के क्षेत्र में एक नई दिशा दिखाई और यह बाद में कंप्यूटर और अन्य गणना उपकरणों के विकास में प्रेरणा का स्रोत बनी।

नेपीयर की हड्डी को आधुनिक गणना उपकरणों का पूर्वज माना जाता है, क्योंकि इसने गणना को स्वचालित बनाने की दिशा में पहला कदम रखा।

पास्कल कैलकुलेटर (Pascal Calculator) / Pascaline (पास्कलाइन)

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Pascaline (पास्कलाइन)

पास्कल कैलकुलेटर का अविष्कार ब्लेज पास्कल द्वारा 1665 ई. में किया गया इसका उपयोग केवल जोड़ने तथा घटाने के लिए किया जाता था|
इस मशीन के ऊपर चक्रियाँ लगी होती थी जिसमे 0 से 9 तक अंक लिखे रहते थे इस मशीन को एडिंग मशीन (Adding Machine) भी कहा जाता था|

जेकार्ड लूम (Jacquard’s Loom)

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जेकार्ड लूम (Jacquard’s Loom)

सन् 1801 में फ्रांसीसी बुनकर जेकार्ड  ने कपड़े बुनने की ऐसी मशीन का अविष्कार किया जो कपड़ो में डिजाईन  या पैटर्न को कार्डबोर्ड के छिद्रयुक्त पंचकार्डो से नियंत्रित करती थी|

बेबेज एनालिटिकल इंजन (Babbage Analytical Engine)

सन 1820 के आसपास ब्रिटिश गणितज्ञ चार्ल्स बेबेज ने एक एनालिटिकल इंजन का अविष्कार किया जो आधुनिक कंप्यूटर का आधार बना इसी कारण चार्ल्स बेबेज को कंप्यूटर का जनक कहा जाता है|

होलरिथ पंच कार्ड मशीन (Hollerith Punch Card Machine)

हरमन होलरिथ ने 1890 में पंच कार्ड मशीन का आविष्कार किया, जिसे पहले व्यावसायिक उपयोग के लिए विकसित किया गया था। इसका उपयोग अमेरिका की जनगणना में किया गया था। यह मशीन डेटा को पंच कार्ड्स के माध्यम से प्रोसेस करती थी और गणना को तेज़ और आसान बनाती थी।

हॉवर्ड आइकेन मार्क I (Howard Aiken Mark I)

हॉवर्ड आइकेन ने सन् 1944 में एक मशीन विकसित की जिसे हॉवर्ड आइकेन मार्क I कहा गया   यह विश्व का सबसे पहला “विधुत यांत्रिक कंप्यूटर” था 

ENIAC

ENIAC का पूरा नाम Electronic Numerical Integrator and Computer है जिसे जॉन मौचली और जॉसफ ई. पॉल ने 1945 में विकसित किया, दुनिया का पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था। यह वैक्यूम ट्यूब्स पर आधारित था और जटिल गणनाओं को तेज़ी से हल कर सकता था। ENIAC ने कंप्यूटर विज्ञान में एक नया मोड़ लिया और कंप्यूटरों के विकास की दिशा बदल दी।

EDSAC

यह पहला कंप्यूटर था जो अपने अन्दर डाटा को सहेज कर रख सकता था|

ट्रांजिस्टर (Transistor)

ट्रांजिस्टर का आविष्कार जॉन बैर्डीन, वाल्टर ब्रेटेन और विलियम शॉकले ने 1947 में किया। ट्रांजिस्टर ने वैक्यूम ट्यूब्स की जगह ली और कंप्यूटर को और छोटे, तेज़ और ऊर्जा की बचत करने वाला बना दिया। इस आविष्कार ने कंप्यूटर की शक्ति और गति को बढ़ाया।

माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor)

INTEL ने 1971 में पहला माइक्रोप्रोसेसर बनाया, जिसने कंप्यूटरों को और छोटे और शक्तिशाली बना दिया। माइक्रोप्रोसेसर की मदद से पर्सनल कंप्यूटर का निर्माण संभव हुआ और कंप्यूटर व्यक्तिगत उपयोग के लिए भी उपलब्ध हो गए।

पर्सनल कंप्यूटर (Personal Computer)

Apple और IBM जैसे प्रमुख कंपनियों ने 1977 में पर्सनल कंप्यूटर (PC) विकसित किए। अब कंप्यूटर घरों और छोटे कार्यालयों में भी उपयोग किए जाने लगे। इससे कंप्यूटर का उपयोग अधिक लोगों तक पहुँचा और यह रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन गया।

विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows OS)

माइक्रोसॉफ्ट ने 1992 में विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को पेश किया। विंडोज ने कंप्यूटर उपयोग को बहुत आसान बना दिया, क्योंकि यह ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) प्रदान करता था। इससे कंप्यूटर को ऑपरेट करने में आसानी हुई और यह सामान्य उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक सुलभ हो गया।

FAQs on History of Computer in Hindi (कंप्यूटर का इतिहास)

  1. कंप्यूटर का विकास का इतिहास कब से शुरू हुआ?

    उत्तर: कंप्यूटर का इतिहास लगभग 3000 वर्ष पुराना माना जाता है। इसकी शुरुआत अबेकस जैसे गणना उपकरणों से हुई, जो आज के आधुनिक कंप्यूटरों की नींव माने जाते हैं।

  2. कंप्यूटर का पहला गणना उपकरण कौन सा था?

    उत्तर: पहला गणना उपकरण अबेकस (Abacus) था, जिसका उपयोग 2400 ईसा पूर्व में किया गया। यह लकड़ी या धातु का बना एक यांत्रिक यंत्र था जिसका उपयोग जोड़ने-घटाने जैसे सरल गणनाओं के लिए किया जाता था।

  3. कंप्यूटर का जनक (Father of Computer) किसे कहा जाता है?

    उत्तर: चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) को कंप्यूटर का जनक कहा जाता है। उन्होंने 1822 में “डिफरेंस इंजन” और 1837 में “एनालिटिकल इंजन” का डिज़ाइन प्रस्तुत किया था, जो आधुनिक कंप्यूटरों का आधार बने।

  4. पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर कौन सा था?

    उत्तर: पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) था, जिसे 1945 में जॉन मौचली और जॉसफ पॉल ने विकसित किया था।

  5. विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम की शुरुआत कब हुई?

    उत्तर: Microsoft द्वारा विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम की शुरुआत 1992 में हुई। यह एक ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) आधारित सिस्टम था जिसने कंप्यूटर को अधिक सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल बना दिया।

About the Author

Suraj Mainali

Suraj Mainali is the founder and chief content writer at Teaching Yatra, with over 8 years of experience in writing high-quality educational content. He holds an M.Sc. in Physics and Computer Science along with a B.Ed., He creates easy and reliable study materials for teaching exam aspirants.

📧 surajmainali1@gmail.com

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