
हिंदी व्याकरण में “संज्ञा” (Sangya in Hindi) एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। अगर हमें वाक्य बनाना है, तो उसमें संज्ञा का होना आवश्यक होता है। संज्ञा के बिना भाषा अधूरी मानी जाती है। इस लेख में हम जानेंगे कि संज्ञा क्या होती है, इसके कितने भेद होते हैं, और इसे वाक्य में कैसे प्रयोग करते हैं। साथ ही, आसान उदाहरणों के साथ इसे पूरी तरह समझेंगे।
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संज्ञा की परिभाषा (Definition of Sangya in Hindi)
संज्ञा वह शब्द है जिससे किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, प्राणी, भाव, गुण या पदार्थ का नाम ज्ञात हो।
सीधे शब्दों में कहें तो, जो नाम बताने वाले शब्द होते हैं, उन्हें संज्ञा कहा जाता है।
उदाहरण: राम, पुस्तक, दिल्ली, पानी, ईमानदारी, खुशी आदि।
संज्ञा की परिभाषा: किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव या गुण के नाम को संज्ञा कहते हैं।
उदाहरण:
- व्यक्ति – राम, राधा, डॉक्टर
- स्थान – दिल्ली, स्कूल, बाजार
- वस्तु – किताब, कुर्सी, फूल
- भाव – खुशी, दुःख, प्यार
- गुण – ईमानदारी, बहादुरी
संज्ञा ऐसे शब्द होते हैं जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव या गुण का नाम बताते हैं। जब हम किसी इंसान का नाम लेते हैं जैसे राम, राधा या डॉक्टर, तो ये सभी व्यक्ति को दर्शाते हैं। इसी तरह, दिल्ली, स्कूल और बाजार जैसे शब्द स्थान के नाम हैं जहाँ कोई घटना घट सकती है या हम जा सकते हैं। किताब, कुर्सी और फूल जैसे शब्द किसी वस्तु का नाम होते हैं, जिन्हें हम देख या छू सकते हैं। इसके अलावा, खुशी, दुःख और प्यार जैसे शब्द हमारे भावों को बताते हैं जो महसूस किए जाते हैं लेकिन देखे नहीं जा सकते। अंत में, ईमानदारी और बहादुरी जैसे शब्द किसी के गुण या स्वभाव को बताते हैं। इस प्रकार, संज्ञा वह शब्द होता है जो इन सभी का नाम बताता है।
संज्ञा के भेद (Types of Sangya in Hindi)
हिन्दी में संज्ञा के मुख्य रूप से पाँच प्रकार होते हैं।
- व्यक्तिवाचक संज्ञा
- जातिवाचक संज्ञा
- द्रव्यवाचक संज्ञा
- समूहवाचक संज्ञा
- भाववाचक संज्ञा
व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun)
वह संज्ञा जो किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु, स्थान आदि का नाम बताती है, उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। यह किसी एक निश्चित चीज़ की पहचान कराती है।
उदाहरण:
- सीमा – यह एक विशेष लड़की का नाम है, इसलिए व्यक्तिवाचक संज्ञा है।
- अर्जुन – यह एक व्यक्ति का नाम है, जिससे किसी खास व्यक्ति की पहचान होती है।
- मोबाइल – यह संचार का एक साधन है, पर यहाँ किसी एक विशेष वस्तु की बात हो रही है।
- लैपटॉप – काम करने की एक चीज़ है, लेकिन जब हम किसी खास लैपटॉप की बात करते हैं, तो यह व्यक्तिवाचक होता है।
- जयपुर – यह एक विशेष शहर का नाम है, इसलिए व्यक्तिवाचक संज्ञा है।
- कोलकाता – भारत के एक शहर का नाम है, जो किसी विशेष स्थान को दर्शाता है।
इस प्रकार, जब हम किसी एक व्यक्ति, एक वस्तु या एक स्थान की बात करते हैं, तो वह व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाता है।
जातिवाचक संज्ञा (Common Noun)
जब किसी पूरे वर्ग, जाति या समूह के सामान्य नाम की बात की जाती है, तो उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं। ये किसी एक विशेष व्यक्ति, वस्तु या स्थान के लिए नहीं होते, बल्कि एक जैसे सभी के लिए होते हैं।
उदाहरण:
- लड़का – यह किसी एक नहीं, बल्कि सभी लड़कों के लिए प्रयोग किया जाता है।
- लड़की – यह शब्द सभी लड़कियों को दर्शाता है, न कि किसी एक को।
- पक्षी – यह किसी एक पक्षी का नाम नहीं, बल्कि सभी पक्षियों के लिए सामान्य शब्द है।
- पर्वत – यह सभी पहाड़ों को दर्शाता है, जैसे हिमालय, विंध्याचल आदि।
इस प्रकार, जब हम किसी जाति, वर्ग या समूह के बारे में बात करते हैं, तो वह जातिवाचक संज्ञा कहलाती है।
द्रव्यवाचक संज्ञा (Material Noun)
जो संज्ञा शब्द किसी पदार्थ, धातु, तरल, गैस या किसी भी प्रकार की सामग्री को दर्शाते हैं, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं। ये सामान्यतः गिने नहीं जाते और मापे जाते हैं।
उदाहरण:
- दूध – यह एक तरल पदार्थ है जिसे मापा जा सकता है।
- तेल – यह भी मापा जाता है, लेकिन गिना नहीं जाता।
- लोहा – यह एक धातु है जिसका प्रयोग निर्माण कार्यों में होता है।
- नमक – यह एक खाद्य सामग्री है जो माप में आती है।
- रेत – गिनने योग्य नहीं, पर मापने योग्य पदार्थ है।
- शक्कर – यह भी गिनने की बजाय तोल कर इस्तेमाल किया जाता है।
इस प्रकार जब हम किसी पदार्थ या सामग्री का नाम लेते हैं, तो वह द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाती है।
समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun)
जब किसी समूह, झुंड, संस्था या दल को एक साथ नाम दिया जाए, तो उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं। इसमें कई व्यक्ति या वस्तुएँ शामिल होती हैं, पर संज्ञा एक ही शब्द से व्यक्त होती है।
उदाहरण:
- झुंड – पक्षियों या जानवरों के समूह को दर्शाता है।
- कक्षा – यह कई छात्रों का एक समूह होता है।
- परिवार – इसमें कई सदस्य होते हैं, लेकिन एक ही नाम ‘परिवार’ से पुकारा जाता है।
- टीम – खेल या कार्य के लिए बनाए गए लोगों का समूह।
- मंडली – कलाकारों या लोगों का एक समूह।
- सेना – बहुत सारे सैनिकों का समूह।
अतः जब हम किसी समूह या दल के बारे में बात करते हैं, तो वह समूहवाचक संज्ञा कहलाती है।
भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun)
वे शब्द जो किसी भाव, गुण, अवस्था या अनुभव को दर्शाते हैं जिन्हें हम देख या छू नहीं सकते, केवल महसूस कर सकते हैं, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
उदाहरण:
- सच्चाई – यह एक गुण है जो किसी व्यक्ति के आचरण से जुड़ा होता है।
- ममता – यह एक भावना है जो माँ के प्रेम से जुड़ी होती है।
- दुख – यह एक भावना है जो मन में होती है।
- सुंदरता – यह एक गुण है जो किसी व्यक्ति या वस्तु के रूप से जुड़ी होती है।
- बचपन – यह जीवन की एक अवस्था है।
- गर्व – यह भी एक भाव है, जो मन में महसूस किया जाता है।
इस प्रकार जब हम किसी भावना, गुण या अवस्था का नाम लेते हैं, तो वह भाववाचक संज्ञा कहलाती है।
संज्ञा से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
संज्ञा किसे कहते हैं?
संज्ञा वह शब्द होता है जो किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव का नाम बताता है।
उदाहरण: अर्जुन, बेंगलुरु, केला, स्नेह, हिरण आदि।
व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
जो शब्द किसी एक विशेष व्यक्ति, स्थान या वस्तु का नाम बताता है, वह व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाता है।
उदाहरण: नेहा, अमिताभ, ताजमहल, कानपुर, नीलगाय, नर्मदा आदि।
जातिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
जो शब्द किसी पूरी जाति, वर्ग या प्रकार के सभी प्राणियों या वस्तुओं को दर्शाता है, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।
उदाहरण: विद्यार्थी, पेड़, शहर, शिक्षक, पक्षी, फल आदि।
द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
जो संज्ञा शब्द किसी द्रव्य, तरल, धातु या पदार्थ का बोध कराता है, उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं।
उदाहरण: दूध, चाय, मिट्टी, लोहे का तार, चूना, शक्कर आदि।
समूहवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
जो शब्द किसी समूह, झुंड या संस्था को एक नाम से दर्शाते हैं, वे समूहवाचक संज्ञा कहलाते हैं।
उदाहरण: टोली, झुंड, समूह, जत्था, मंडली, काफिला, दर्शकवर्ग आदि।
भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
जो शब्द किसी भाव, गुण, अवस्था या दशा को दर्शाता है, उसे भाववाचक संज्ञा कहा जाता है।
उदाहरण: ईमानदारी, बहादुरी, दर्द, आनंद, मूर्खता, थकान आदि।
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Ji sabhi notes bahut jald uplabdh ho jayenge